हरियाणा के पर्यटन विभाग द्वारा 1981 में शुरू किया गया, सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला , हर साल 1-15 फ़रवरी तक फरीदाबाद के सूरजकुंड में लगता है। इस मेले में विभिन्न राज्यों की हस्तशिल्प वस्तुओं को खरीदने के साथ-साथ वहां के भोजन का भरपूर आनंद लिया जा सकता है। इस मेले में पंजाब का भांगडा, राधा कृष्ण की रास लीला से लेकर मणिपुर का सांस्कृतिक नृत्य भी देखा जा सकता है। हर वर्ष इस मेले को अलग-अलग राज्य आयोजित करते हैं , इस वर्ष मेले का आयोजन मध्यप्रदेश द्वारा किया गया, जिसमे इसका भागीदार मिस्र रहा। इस मेले का मुख्य उद्देश्य विभिन्न राज्यों की हस्तशिल्प कला संस्कृति को प्रर्दशित करना है।

सूरजकुंड मेले में आपका स्वागत है (गार्गी)

आनंद के साथ ड्यूटी (गार्गी)

सजी -धजी मथुरा की गोपियाँ (गार्गी)

नृत्य से पहले आराम (गार्गी)


मेला, किसी के लिए आराम तो किसी के लिए काम (गार्गी)



नृत्य देखने के लिए उमड़ी भीड़ (जयश्री)



नृत्य में मग्न मणिपुरी बालाएँ (जयश्री)


राजस्थानी नृत्य का प्रदर्शन (जयश्री)