तिब्बत बहुत सी कलाओं का केन्द्र रहा है। थांगा पेंटिंग , लकड़ी पर दस्तकारी , पारंपरिक पोशाक बनाना आदि उनमें से कुछ हैं। थांगा पेंटिंग तिब्बत में प्राचीन काल से चली आ रही है। इस पेंटिंग को सूती कपड़े पर बनाया जाता है , इसमे प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल होता है। एक पेंटिंग को पूरा होने में वर्षो का समय लग जाता है, समय पेंटिंग के साइज़ पर निर्भर करता है। लकड़ी पर दस्तकारी भी यहाँ की मुख्य कलाओ में से एक है। डिजाईन को पहले किसी पेपर पर बना लिया जाता है और फिर उसे शीशम की लकडी के ऊपर रख कर लकड़ी पर वो ही डिजाईन बनाया जाता है।
फोटो फीचर : जयश्री
बुढापा राह का रोड़ा नही अनुभव का परिचय

हस्तशिल्प का नमूना

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दस्तकारी का हुनर

8 महीनो की मेहनत

थांगा पेंटिंग